Tax saving: सैलरीड क्लास के लिए टैक्स बचाने के 5 बेस्ट ऑप्शन, साथ में बनेगा रिटायरमेंट फंड
Written By: ज़ीबिज़ वेब टीम
Fri, Jul 30, 2021 12:34 PM IST
Tax saving options for salaried class: इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) फाइल करने का सीजन शुरू होने के साथ ही सैलरीड क्लास को टैक्स बचाने की प्लानिंग भी शुरू कर देनी चाहिए. सैलरी के अकाउंट में आने के साथ-साथ निवेश की कुछ खास बातों को ध्यान रखा जाए तो इससे न केवल टैक्स बचा सकते हैं, बल्कि रिटायरमेंट के लिए भी अच्छा फंड तैयार कर सकते हैं. आइए जानते हैं ऐसे 5 टैक्स सेविंग ऑप्शन के बारे में, जहां टैक्स बचाने के साथ रिटायरमेंट फंड भी बना सकते हैं.
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PPF, LIC प्रीमियम पर टैक्स छूट
पीपीएफ पब्लिक प्रोविडेंट (PPF) एक टैक्स सेविंग का एक बेस्ट ऑप्शन है. इसमें निवेश के साथ मैच्योरिटी रकम और ब्याज भी टैक्स फ्री रहता है. लॉन्ग टर्म में सेफ इन्वेस्टमेंट और बड़ा फंड बनाने का यह बेहतर तरीका है. पीपीएफ अकाउंट में निवेश पर धारा 80C के तहत टैक्स डिडक्शन मिलता है. दूसरी ओर, LIC की कोई पॉलिसी ली है तो उसके प्रीमियम पर टैक्स डिडक्शन क्लेम कर सकते हैं. 80C में मैक्सिमम 1.50 लाख रुपये तक टैक्स छूट ली जा सकती है.
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EPF पर टैक्स छूट
कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) सैलरी पाने वाले लोगों के लिए टैक्स सेविंग के सबसे आसान ऑप्शन में से एक है. इसमें भी 80सी के तहत टैक्स छूट मिलती है. ईपीएफ का मैनेजमेंट सेंट्रल ट्रस्टी बोर्ड करता है. यहां यह ध्यान रखें कि पीएफ अकाउंट में मिलने वाला सालाना 2.5 लाख रु तक ब्याज टैक्स फ्री रहता है. रिटायरमेंट फंड बनाने के लिए यह बेहतर विकल्प है.
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टैक्स सेविंग फिक्स्ड डिपॉजिट भी सैलरी पाने वालों के लिए टैक्स बचाने का अच्छा ऑप्शन है. यह ऐसी एफडी है, जिसमें आप 1.5 लाख रु तक पर टैक्स बचा सकते हैं. इसमें 5 साल का लॉक-इन पीरियड होता है. सैलडीड क्लास के लिए टैक्स सेविंग का यह एक सेफ ऑप्शन है. यहां यह जान लें कि टैक्स सेविंग एफडी की मैच्योरिटी पर मिलने वाला का रिटर्न टैक्सेबल होता है.
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